डॉ. संकल्प झा
जोखिम प्रबंधक और दाता अधिवक्ता, इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, नई दिल्ली – टीसीटीपी चेन्नई, जनवरी 2020
मैंने 20 से 24 जनवरी 2020 तक ‘प्रत्यारोपण समन्वयक प्रशिक्षण कार्यक्रम’ में भाग लिया और बहुत कुछ सिखा। मैंनें न केवल विषय का ज्ञान प्राप्त किया बल्कि कई अन्य चीजों के बारे में भी, जैसे कि कार्यक्रम कैसे चलाया जा रहा है, जो कि समाज में बड़े पैमाने पर अपना योगदान दे रहा है (जैसा कि एचआर सेल अपोलो दिल्ली के श्री अनुपम श्रीवास्तव ने सही कहा कि ” एक छोटे से क्षेत्र से वे कार्यक्रम खूबसूरती से चला रहे हैं “)।
अपने करियर में न तो मैंने कभी योजना बनाई और न ही मुझे इसका अंदाज़ा था कि ऐसे कार्यक्रम उपलब्ध होंगे। जैसा कि कहा गया है कि अच्छी चीजें अक्सर अनियोजित होती हैं, डोनर एडवोकेट के लिए मेरी स्वयंसेवा अतिरिक्त जिम्मेदारी के रूप में थी और इसलिए मुझे यह प्रशिक्षण दिया गया। मैंने आर.जी. कर कोलकाता से एमबीबीएस और एम्स, दिल्ली से फिजियोलॉजी में एम.डी किया और अगस्त 2019 से मैं अपोलो दिल्ली में ‘रिस्क मैनेजर’ और ‘लिविंग डोनर एडवोकेट’ के रूप में काम कर रहा हूं। कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मुझे लगता है कि एक फिजियोलॉजिस्ट होने और डोनर एडवोकेट के रूप में काम करने के साथ-साथ मैं प्रशिक्षण कार्यक्रमों में अपने हिस्से का ज्ञान साझा करने के लिए भी एक अच्छा उम्मीदवार हूं। इसलिए, मौका मिलने पर मैं प्रशिक्षण कार्यक्रमों में योगदान देना चाहूंगा।